बेकाबू हो चली आग की लपटों में तेल की आहुति बनाम आत्मनिर्भरता

आज के इस आपातकाल दौर में जब आम जनता खुद के पेट की तपिश को ही मिटाने में अक्षम है, तो देश तो दूर की बात है साहेब, उससे उसी की आत्मनिर्भरता के बारें में बात करना बेमानी होगी। जहाँ आम जनता एक तरफ भौतिक तत्वों की मारी है तो दूसरी तरफ अभौतिक तत्व उसे … Continue reading बेकाबू हो चली आग की लपटों में तेल की आहुति बनाम आत्मनिर्भरता